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एक साल भी नही चला मनरेगा से धिमौरा में निर्मित अमृत वाटिका का गेट
(युगाधार समाचार )
सीतापुर-विकास खण्ड परसेंडी की ग्राम पंचायत घिमौरा में अमृत वाटिका का निर्माण मनरेगा से लगभग दो लाख रुपये से कराया था। बहरहाल, एक वर्ष भी पूरा नहीं हो पाया, अमृत वाटिका का गेट धाराशायी हो चुका है।
इस से अमृत वाटिका में पिलर बनाकर गेट का निर्माण गया था। आसपास खंभे लगाकर तारों की फेंसिंग की गई थी।
वाटिका ज्यादातर पौधे सूख गए। अपवाद स्वरूप ही पौधे विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए गए थे जिसमे कुछ ही सुरक्षित बचे हैं। अमृत वाटिका का गेट हल्की आंधी में ही गिर गया है।
निर्माण के समय मानकों की अनदेखी की गई है। अमृत वाटिका का निर्माण पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य किया गया था जिसमें सही से तार न लगे होने कारण ज्यादातर पौधे भी सूख गए हैं।
इस सम्बंध में पंचायत सचिव प्रदीप कुमार गौतम ने बताया की आंधी तेज चल रही थी तभी गेट गिर गया है हम इसे रोक नहीं पाएंगे दोबारा बनवाया जाएगा।
इस संबंध में जब खंड विकास अधिकारी राजेश तिवारी से बात की गई तो उन्होंने बताया सूचना मिली है जांच कर कर अवश्य करवाई की जाएगी।